
कौन सा कंटेस्टेंट किस पर भारी
बिग बॉस 18 के घर में इस सीज़न का माहौल जितना गरमाया हुआ है, उतना शायद ही पहले किसी सीज़न में देखा गया हो। शो के शुरुआती दिनों से ही हर कंटेस्टेंट ने अपनी अलग छाप छोड़ी है। लेकिन, इस बार शो के बाहर के ड्रामे ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं। इस बार का मुद्दा बिग बॉस 14 के कंटेस्टेंट शहजाद धामी और इस सीज़न के सबसे चर्चित कंटेस्टेंट विवियन डीसेना के बीच का है। शहजाद ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बिग बॉस 18 को लेकर बड़ी बातें कीं, जिनमें उनका कहना था, “अगर मैं इस सीज़न का हिस्सा होता, तो विवियन को सुधार देता।”
आइए इस पूरे मामले पर विस्तार से चर्चा करते हैं और देखते हैं कि आखिर शहजाद ने ऐसा क्यों कहा और उनके बयान का क्या मतलब है शहजाद धामी को बिग बॉस के फैंस भली-भांति जानते हैं। बिग बॉस 14 में उन्होंने अपनी मजबूत पर्सनालिटी के साथ शो में एंट्री की थी, लेकिन दुर्भाग्यवश वो बहुत जल्दी एविक्ट हो गए थे। हालांकि, उनके कम वक्त ने भी दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी। शहजाद को लोग उनकी सादगी, दृढ़ता और शांत लेकिन प्रभावशाली व्यक्तित्व के लिए पसंद करते हैं। शो से बाहर निकलने के बाद, उन्होंने कई इंटरव्यू में बिग बॉस के फॉर्मेट, कंटेस्टेंट्स की रणनीतियों और घर के अंदर के झगड़ों पर अपनी राय रखी है।
दूसरी ओर, विवियन डीसेना, जो इस सीज़न में एक मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं, टीवी इंडस्ट्री के बड़े नामों में से एक हैं। विवियन अपने शोज़ ‘मधुबाला,’ ‘शक्ति,’ और ‘प्यार की ये एक कहानी’ के लिए मशहूर हैं। उनकी फैन फॉलोइंग जबरदस्त है, और यही वजह है कि बिग बॉस 18 के घर में उनकी एंट्री को लेकर दर्शकों के बीच खासा उत्साह था।
शो मी विवियन की भूमिका
लेकिन, शो के शुरू होने के कुछ ही हफ्तों में, विवियन का एक अलग ही रूप देखने को मिला। शांत और सुलझे हुए दिखने वाले विवियन कई बार झगड़ों में आक्रामक हो गए। उनका बर्ताव घर के कई सदस्यों को खटकने लगा। दर्शकों ने भी सोशल मीडिया पर विवियन के व्यवहार को लेकर कई सवाल उठाए।
शहजाद धामी ने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि”बिग बॉस के घर में रहना आसान नहीं है। ये घर आपको हर दिन एक नई चुनौती देता है। लेकिन, कुछ लोग घर के माहौल का बहाना बनाकर अपनी असली पर्सनालिटी खो देते हैं। विवियन डीसेना इस सीज़न में जो कर रहे हैं, वो पूरी तरह गलत है। अगर मैं इस सीज़न में होता, तो उनके सामने खड़ा होकर उन्हें उनकी गलतियों का एहसास जरूर कराता। मैं उन्हें सुधारता और बताता कि शो में कैसे खेला जाता है।”
विवियन डीसेना को इस सीज़न के शुरुआती हफ्तों में दर्शकों ने काफी पसंद किया। उनके शांत स्वभाव और समझदारी भरे खेल ने उन्हें एक मजबूत दावेदार बना दिया था। लेकिन, जैसे-जैसे शो आगे बढ़ा, उनका एक अलग ही रूप सामने आने लगा। विवियन अक्सर छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करने लगे। उनकी आवाज ऊंची होने लगी, और वो अपने सह-कंटेस्टेंट्स को अपमानजनक बातें कहने से भी नहीं कतराते।
ग्रुप रणनीति का काम
घर में ग्रुप बनाना हमेशा से बिग बॉस की रणनीति का हिस्सा रहा है। लेकिन, विवियन ने ग्रुप बनाने के साथ-साथ दूसरों को नीचा दिखाने की आदत बना ली। शो में कई दर्शकों और कंटेस्टेंट्स ने ये आरोप लगाया कि विवियन अब असली नहीं रह गए हैं। वो कैमरे के लिए खेल रहे हैं और सिर्फ लाइमलाइट में रहने के लिए कुछ भी कर रहे हैं।
शहजाद धामी की पर्सनालिटी को जानने वाले ये मानते हैं कि अगर वो इस सीज़न का हिस्सा होते, तो घर का माहौल काफी अलग होता। शहजाद ने हमेशा अपने सीज़न में शांत रहकर खेला और जब भी ज़रूरत पड़ी, वो गलत को गलत कहने से नहीं डरे। शहजाद ने कहा कि वो विवियन के आक्रामक रवैये को बिलकुल बर्दाश्त नहीं करते। उनका मानना है कि शो में रहकर असली व्यक्तित्व दिखाना ज्यादा जरूरी है, न कि किसी और की नकल करना।
शहजाद का कहना है कि वो विवियन को उनकी गलतियों का एहसास कराते। वो बताते कि दर्शक असली व्यक्तित्व को पसंद करते हैं और फेक बर्ताव करने वाले को नफरत मिलती है। अगर शहजाद इस सीज़न में होते, तो वो घर के खेल को संतुलित कर सकते थे। वो विवियन और बाकी सदस्यों के बीच एक माध्यम बनकर उनके झगड़े सुलझाने की कोशिश करते।
धामी ने क्या कहा
शहजाद धामी का यह बयान सामने आते ही सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई। कुछ फैंस ने उनकी बातों का समर्थन किया, तो कुछ ने इसे पब्लिसिटी स्टंट करार दिया। शहजाद सही कह रहे हैं। विवियन को सच में अपने रवैये पर ध्यान देने की जरूरत है अगर शहजाद इस सीज़न में होते, तो वो विवियन को अच्छे से हैंडल करते।”
शहजाद को खुद पहले अपने सीज़न में टिकने की कोशिश करनी चाहिए थी ये सिर्फ पब्लिसिटी के लिए कहा गया बयान है। शहजाद खुद बिग बॉस में कुछ खास नहीं कर पाए थे। अगर हम शहजाद की बातों पर गौर करें, तो उनकी बातों में काफी हद तक सच्चाई है। बिग बॉस का घर हर किसी के लिए एक बड़ा इम्तिहान होता है। इसमें वही लोग टिक पाते हैं, जो अपने आप को असली रखते हैं। विवियन के रवैये में जो बदलाव आया है, वो दर्शकों को परेशान कर रहा है।
शहजाद ने अपनी बात को जिस तरह से प्रस्तुत किया, उससे ये साफ है कि वो सिर्फ विवियन की आलोचना नहीं कर रहे, बल्कि एक बेहतर गेम की उम्मीद कर रहे हैं। बिग बॉस का घर हमेशा से हाई-वोल्टेज ड्रामे और इमोशनल उतार-चढ़ाव का केंद्र रहा है। शहजाद धामी और विवियन डीसेना के इस विवाद ने बिग बॉस 18 को और भी दिलचस्प बना दिया है।
अब देखना होगा कि विवियन इस बयान पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या वाकई उनके खेल में कोई बदलाव आता है। वहीं, फैंस भी यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्या शहजाद भविष्य में शो में किसी न किसी रूप में नजर आएंगे।
शहजाद की बातों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बिग बॉस का गेम सिर्फ घर के अंदर ही नहीं, बाहर भी चलता है।