इस एक्ट्रेस ने बताया बॉलीवुड का काला सच जिसे जानकर आपकी आंखें फटी की फटी रह जाएगी

बॉलीवुड का काला चिट्ठा बाहर आया

बॉलीवुड जिसे हिंदी फिल्म उद्योग के बारे में जाना जाता है भारत और दुनिया भर में अपने सिनेमा के जरिए दुनिया पर गहरी छाप छोड़ी है इस चमकदार दुनिया के पीछे की जो काली सच्चाई है वह काली सच्चाई और उसकी जो सच्ची कहानी है वह उसके बारे में कोई बात नहीं करता जिसके कारण यह सच्चाई हमेशा छिपी रहती है और बॉलीवुड का काला सच सबके सामने नहीं आ पाता|

आज हम बताएंगे बॉलीवुड का वह काला सच जिसे आप जानने के बाद चौंक जाएंगे यह कहानी केवल ग्लैमर, स्टारडम और फिल्मी सपनों की है बॉलीवुड का जन्म 1913 में हुआ जब पहली मूक फिल्म राजा हरिश्चंद्र बनाई इसके बाद सिनेमा ने धीरे-धीरे अपनी पहचान बनाना शुरू कर दिया ! लेकिन फिल्मी जगत की शुरुआत में जो शुरुआती समय था वह काफी संघर्ष वाला रहा क्योंकि इतना आसान नहीं था आर्थिक आर्थिक तौर पर सिनेमा जगत को उभारना और तकनीकी तौर पर भी बहुत मुश्किल था |

उस समय में कलाकार को मान सम्मान मिलना भी बहुत मुश्किल था 1950 और 1960 सिनेमा जगत का एक गोल्डन पीरियड रहा है और यह टाइम जब दिलीप कुमार राजकुमार और देव आनंद जैसे दिग्गज कलाकारों ने हिंदी सिनेमा को बहुत ऊंचाई तक पहुंचा दिया यह सुनहरे पर्दे के पीछे कहीं काला सच है जो छुपाए गए थे!

अभिनेत्री के साथ भेदभाव

जो की अभिनेत्री के साथ असमानता और फिल्म उद्योग में महिलाओं की स्थिति काफी गंभीर थी उनको पुरुष के मुताबिक वेतन भी नहीं मिलता था और उनका जो किरदार था वह सीमित कर दिया जाता था बॉलीवुड का सबसे बड़ा सच है कि संघर्ष! यह एक ऐसी इंडस्ट्री है जहां सफलता पाना बहुत मुश्किल है यहां पर ज्यादातर कलाकारों को अपने सपने साकार करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है |

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चाहे वह अभिनय हो संगीत हो या निर्देशन हो यहां पर कयी बड़े स्तर के ऐक्टर को भी रिजेक्शन और तिरस्कार का सामना करना पड़ता है अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज भी बुरे डोर से गुजरे थे जब उनकी आवाज के कारण उन्हें ऑल इंडिया रेडियो से रिजेक्ट कर दिया गया था |लेकिन उनका संघर्ष और संकल्प ही था |जिसने उन्हें महानायक बना दिया इसी तरीके से शाहरुख खान जो दिल्ली से मुंबई आए थे उनके पास कोई गॉडफादर उनका नहीं था उनके संघर्ष ने आज उनको बॉलीवुड का किंग खान बना दिया है!

बॉलीवुड में नेपोटिज्म एक ऐसा सच है जिसे कोई भी नजर अंदाज नहीं कर सकता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद नेपोटिज्म का मुद्दा काफी चर्चा में रहा था तब उसने बॉलीवुड के सभी चेहरे को सामने ला दिया था जो उसके पीछे नेपोटिज्म का काम कर रहे थे !

स्टार किड्स को ज्यादा बढ़ावा

बॉलीवुड में कयी स्टार्ट किड्स को बड़े आसानी से बड़े पर्दे पर किरदार मिल जाते हैं और जो बाहर से कलाकार आते हैं उन्हें बार-बार संघर्ष करने पड़ते हैं जो की बाहरी कलाकार भी बहुत ऊंचाइयों तक पहुंचे हैं जैसे कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी, मनोज बाजपेई ,कंगना रानाउत अपने मेहनत से अपनी जगह बनाई है|

नेपोटिज्म की इस पहलू ने सबको उजागर कर दिया है यह एक सच्चाई है कि कहीं बार काबिल कलाकारों को रोल नहीं दिया जाता है क्योंकि इंडस्ट्री के लोग अपने करीबी और परिवार लोगों को पहले प्रवेश देते हैं बॉलीवुड का कास्टिंग काउच का मुद्दा भी बहुत ज्यादा चर्चा में रहता है कहीं नए कलाकारों को यह सब सहना पड़ता है उसमें भी महिलाओं को ज्यादा इसका सामना करना पड़ता है!

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कहीं बड़ी अभिनेत्री नेने इस पर खुलकर बातें की है और और सबके सामने इस बात को बताया है हाल ही में me to movement के माध्यम से इस पर कुछ हद तक लगाम लगी है लेकिन फिर भी यह गंभीर मुद्दा बन चुका है बॉलीवुड फिल्मों में ग्लैमर और चक्काचौध दिखाई जाती है जो हकीकत में वास्तविकता से बहुत दूर होती है जिसमें सब परफेक्ट दिखाया जाता है लेकिन असलियत में वह उसके बिल्कुल उलट जटिल होता है ज्यादातर अभिनेता और अभिनेत्री की पर्सनल लाइफ जिस तरीके से पर्दे पर दिखाई जाती है उसी तरीके से हकीकत में नहीं होती

सेलिब्रिटी ने लगाया आरोप

कयी सितारों ने अपने व्यक्तिगत तौर पर इसे लोगों के सामने रखा है जिसमें संजय दत्त को ड्रग्स की लत और जेल का समय जो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है इससे यह बात तो बिल्कुल साफ है कि फिल्मी कलाकारों का जीवन भी हम इंसान की तरह मुश्किलों से भरा हुआ है सफलता पाने का दबाव बॉलीवुड में बहुत बड़ा होता है|

यहां पर स्टारडम बनाने के बाद उसे कायम रखना बहुत ही मुश्किल होता है क्योंकि यहां पर एक फिल्म की सफलता और निष्फलताएं किसी कलाकार की करियर को ऊपर तक ले जा सकती है और असफलता उसके पूरे करियर को तबाह भी कर सकती है!

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दीपिका पादुकोण जैसी बड़ी स्टार्स ने भी अपने डिप्रेशन की बात सबके सामने कही थी और यह बात भी बताए थी कि वह बहुत मानसिक तनाव से जूझ रही है इस बात से साफ पता चलता है कि चमकदार दुनिया के पीछे की जो काली सच्चाई है हो जिस तरीके से पर्दे पर दिखाई देते हैं कलाकार वैसे नहीं बल्कि उसे उलट ही ज्यादा तक पाई जाती है|

1990 मैं बॉलीवुड पर अंडरवर्ल्ड का काफी गहरा प्रभाव था एक तरफ से यह भी कह सकते हैं कि बॉलीवुड पर अंदर वर्ल्ड के हिसाब से बॉलीवुड के कलाकार और निर्माता को डर का सामना करना पड़ता था उसमें अंडरवर्ल्ड बॉलीवुड के कयी निर्माता और कलाकारों को धमकियां भी देते थे और कई बार अंडरवर्ल्ड की जो काली कमाई था उसका पैसों से फिल्म बनाने के लिए भी उपयोग किया जाता था!

1993 के मुंबई बम धमाके के बाद यह बात साफ हो गई कि बॉलीवुड पर अंडरवर्ल्ड का काफी गहरा प्रभाव है जिसमें बॉलीवुड के कहीं नाम चीन चेहरे अंडरवर्ल्ड से जुड़े होने के सबूत भी मिले हैं बॉलीवुड और राजनीति का भी बहुत पुराना रिश्ता रहा है जैसे कि अमिताभ बच्चन जया बच्चन ,शत्रुघ्न सिन्हा ,हेमा मालिनी ,जयाप्रदा जैसे लोग राजनीति के साथ भी जुड़े हैं आयशा कपूर एक्ट्रेस ने भी हाल ही में अपने दिए बयान के हिसाब से बॉलीवुड का काला सच सबके सामने लाकर रख दिया था

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